अद्भुत चमत्कार: जब बिना गर्भाशय के ही महिला बन गई माँ

Written by satyug.in

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ये एक सत्य घटना है जब एक महिला बिना गर्भाशय के ही गर्भवती हो गई और माँ बन गई, और हमारा विश्वास है कि ये सब हुआ बागेश्वर धाम वाले बाला जी महाराज के आशीर्वाद से। वो भी तब जब परिवार को उन पर विश्वास नहीं था।

बागेश्वर धाम वालों वाले पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी ने बताई अपने साथ हुई घटना

यह एक सत्य घटना है जो बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी ने अपनी एक कथा में बताई थी। इसी घटना को यहां एक इस लेख में बताया जा रहा है। इस घटना को जानकार आपको ऐसा अनुभव होगा कि ईश्वर हमारी अवश्य सुनता है, और ईश्वर ऐसे ऐसे चमत्कार करता है कि हम कभी उसे समझ ही नहीं पाते, हमें विश्वास ही नहीं हो पता कि ये संभव कैसे हुआ। 

बागेश्वर धाम वाले बाला जी महाराज के मंदिर के पीठाधीश पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी एक बार कहीं पर कथा कर रहे थे तब उन्होंने श्रोताओं को अपने साथ हुई एक घटना बताई। उन्होंने बताया कि ये तब की घटना है जब वे एक छोटी सी जगह पर दरबार लगाया करते थे।

उन्होंने बताया कि एक बार उनके दरबार में पंजाब से एक व्यक्ति आया, और अपने निःसंतान होने की बात कही। वो जानना चाहता था कि उनके घर में संतान कब होगी।

पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी बताते हैं कि बागेश्वर धाम वाले बाला जी महाराज के आशीर्वाद से, और अपने गुरु सन्यासी बाबा और दादा गुरु जी की प्रेरणा से, उन्हें जैसा भी अनुभव हुआ उन्होंने बता दिया। वे प्रेरणा के अनुसार बोले कि उस व्यक्ति को उसकी समस्या का हल हो जायेगा। पंडित जी ने उस व्यक्ति को बताया कि ‘आपके घर में 1 साल बाद इतनी तारीख को बागेश्वर धाम वाले बालाजी महाराज की कृपा से एक बालक का जन्म होगा।’

अचानक व्यक्ति गुस्से में चिल्लाने लगा:

यह सुनते ही वो व्यक्ति गुस्से से उठकर खड़ा हो गया, और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगा। वो कह रहा था कि उसकी पत्नी तो माँ बन ही नहीं सकती। वो चिल्ला चिल्ला कर बोलने लगा,

“मेरी पत्नी का तो कोई समस्या हो गयी थी। जिसकी वजह से उसका ऑपरेशन करवा कर उसका गर्भाशय ही निकलवाना पड़ा। तो मेरी पत्नी का तो माँ बनना ही संभव नहीं है।”

और वह व्यक्ति क्रोध में चिल्लाते हुए वहाँ से चला गया।

पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी अपने गुरूजी से बोले:

पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी का कहना है कि वे उस समय बड़े ही परेशान हो गए, और उन्हें लज्जा का भी अनुभव हुआ। पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी आगे बताते हुए कहते हैं कि वो अपने गुरु जी से मन ही मन बोले कि हे गुरूजी मैंने तो वही बात बोली जिसकी मुझे आपने प्रेरणा दी। 

1 साल बाद हुआ चमत्कार:

धीरेन्द्र शास्त्री जी कहते हैं कि एक दिन अचानक वे ऐसे ही दरबार में बैठे थे, कि अचानक पंजाब के रहने वाले उसी व्यक्ति ने दरबार में प्रवेश किया। और वो दौड़ा दौड़ा मेरे पास आया। उसके साथ उसकी पत्नी थी, उसकी गोद में एक बच्चा था। और साथ ही एक और व्यक्ति भी था। वह व्यक्ति क्षमा मांगते हुए बोला,


”जैसा आपने कहा वैसे ही मेरे घर में एक बालक का जन्म हुआ है। लेकिन ये कैसे हुआ मुझे नहीं पता। ये सच में एक चमत्कार है।”
तब पंडित जी बोले,

“मैंने तो वही कहा था जो मेरे गुरु जी सन्यासी बाबा जी ने मुझसे बुलवाया था। उनके आशीर्वाद से, और बागेश्वर धाम वाले बाला जी की कृपा से ही आपकी गोद भरी है।”

उनके साथ आये व्यक्ति ने जो बोला सुनकर सब हैरान रह गए:

जब उनके साथ आये व्यक्ति ने अपना परिचय दिया तो सभी हैरान रह गए। उस व्यक्ति ने बताया कि वो वही डॉक्टर है जिसने उस व्यक्ति की पत्नी का ऑपरेशन करके गर्भाशय निकला था।
तब उस डॉक्टर ने भी बागेश्वर धाम वाले बाला जी के साधक पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी के पाँव छूए और बोला,

“गुरु जी मैं खुद हैरान हूँ। मैंने अपने जीवन में ऐसा चमत्कार नहीं देखा। मैं वही डॉक्टर हूँ जिसने ऑपरेशन करने इनकी पत्नी का गर्भाशय निकला था। और अब मैं खुद नहीं समझ पा रहा हूँ कि ये कैसे संभव है। इनकी पत्नी का गर्भवती होना ही संभव नहीं था। तो यह माँ कैसे बनी। ये सब मेरी समझ से परे है।”

इस घटना को आप तक पहुँचाने का उद्देश्य यही था कि यदि आप निराश हैं, और ये सोच रहे हैं कि आपके जीवन में कुछ अच्छा नहीं होने वाला। तो ईश्वर पर विश्वास रखें। शुभ कर्म करते रहें। प्रयास जारी रखें। सच्चे गुरु और ईश्वर पर आपका विश्वास आपको हर मुश्किल से बाहर निकाल सकता है। 

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