संत अच्युतानंद जी की भविष्य मालिका: 10 भविष्यवाणियाँ जो सच हो चुकी हैं

Written by satyug.in

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संत अच्युतानंद जी द्वारा लिखी गई भविष्य मालिका की ऐसी 10 भविष्यवाणियाँ, जो अब तक सच हो चुकी हैं ?

संत अच्युतानंद जी, जो ओडिशा के प्रसिद्ध वैष्णव संत थे, ने अपनी योग शक्ति के बल पर कई भविष्यवाणियाँ की थीं। उन्होंने अपनी लिखी पुस्तक ‘भविष्य मालिका’ में भविष्य की 10 अद्भुत घटनाओं का वर्णन किया। इस लेख में हम उनमें से 10 ऐसी भविष्यवाणियाँ देखेंगे, जो अब तक सच हो चुकी हैं।

1. भारत का विभाजन

संत अच्युतानंद जी ने अपनी भविष्य मालिका में लिखा है कि भारत में विभाजन होगा। उनकी भविष्यवाणी के अनुसार, भारत दो भागों में बाँटा जाएगा – एक भाग भारत रहेगा और दूसरा भाग अंग्रेजों का होगा। इस विभाजन के परिणामस्वरूप, भारत में बहुत हिंसा होगी और लाखों लोगों की मौके पर मौत होगी।

इस भविष्यवाणी ने 1947 में हकीकत बना दी, जब भारत को अंग्रेजों ने दो भागों में विभाजित किया। एक भाग भारत बना और दूसरा भाग पाकिस्तान। इस विभाजन के दौरान, देश में हिंसा और बहुत सी जन लाशें हुईं।

2. चीन का भारत पर हमला

संत अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में लिखा है कि चीन भारत पर हमला करेगा और भारत की सीमा को लंघित करेगा। उन्होंने बताया है कि चीन भारत के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों को अपने अधीन करने का प्रयास करेगा। इसके बाद, उनकी भविष्यवाणी के अनुसार, भारत चीन के खिलाफ लड़ाई लड़ेगा और चीन को पीछे हटाएगा।

इतिहास:

यह भविष्यवाणी 1962 में सच हुई, जब चीन ने भारत पर अचानक हमला किया। इस घड़ी में, चीन ने भारत की सीमा को लंघाया और लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों को अपने कब्जे में ले लिया। भारत ने इस पर बड़ी बातचीत और दिलचस्प वार्ता का प्रयास किया, लेकिन चीन ने इसे ठुकरा दिया। इसके बाद, भारत ने सशक्त ढंग से चीन के खिलाफ आगे बढ़ने का निर्णय लिया और इसे रोकने के लिए बड़ी कदम उठाए।

इससे सिख: इतिहास ने दिखाया है कि भविष्यवाणियां हकीकत में बदल सकती हैं, लेकिन सतर्कता और तैयारी से हम इसका सामना कर सकते हैं। आने वाले समय में, हमें अपनी सुरक्षा और सीमा सुरक्षा में विशेष ध्यान देना होगा, ताकि हम दृढ़ रूप से अपने राष्ट्र की रक्षा कर सकें।

3. भारत का अंतरिक्ष में प्रगति

संत अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में एक रोचक भविष्यवाणी की है जिसमें उन्होंने बताया है कि भारत अंतरिक्ष में आगे बढ़ेगा। उनकी भविष्यवाणी के अनुसार, भारत चाँद और मंगल ग्रह पर अपना पहचान बनाएगा और वहां अपने झंडे को लहराएगा।

उन्होंने यह भी कहा है कि भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में दूसरे देशों के सामने आगे बढ़ेगा और अंतरिक्ष में शांति और सौहार्द का संदेश देगा। यह उसकी दृष्टि है कि भारत वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से आगे बढ़ता हुआ देश बनेगा और अंतरिक्ष के अद्भुत साकारों की खोज में अपनी उपस्थिति को मजबूत करेगा।

यह भविष्यवाणी उनके समय से देखते हुए बहुतंत्री में चुनौतीपूर्ण और आगे बढ़ने वाली भूमिका को दर्शाती है। भारत का अंतरिक्ष में प्रगति करना और उसका संदेश शांति और सौहार्द का है, जिससे यह साबित होता है कि संत अच्युतानंद जी ने नहीं सिर्फ धार्मिक, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी भविष्य की दृष्टि को देखा था।

4. भारत का परमाणु शक्ति बनना

संत अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में लिखा है कि भारत परमाणु शक्ति बनेगा और अपने दुश्मनों को डराएगा। उन्होंने यह भविष्यवाणी 1974 में की थी, और इसकी पूर्ति हुई जब भारत ने अपना पहला परमाणु परीक्षण किया।

भारत ने अपने परमाणु शक्ति के प्रदर्शन के लिए ‘स्माइलिंग बुद्ध’ नामक परमाणु बम का परीक्षण किया था। यह नाम भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस परीक्षण ने दिखाया कि भारत अब परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में एक शक्तिशाली देश बन चुका है।

संत अच्युतानंद जी ने भविष्यवाणी में कहा कि भारत अपने परमाणु शक्ति का उपयोग नहीं करेगा, लेकिन उसे अपनी रक्षा के लिए संरक्षित रखना चाहिए। इस दृष्टिकोण ने भारत को अपनी सुरक्षा बनाए रखने में मदद की है।

भारत के परमाणु बमों का एक और उदाहरण है ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल, जो एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। यह मिसाइल अन्य देशों के परमाणु मिसाइलों से तेज और शक्तिशाली है। इससे भारत ने अपनी रक्षा क्षमता में वृद्धि करने में सफलता प्राप्त की है।

इस भविष्यवाणी ने दिखाया कि संत अच्युतानंद जी ने भविष्य की ओर अपनी दृष्टि रखी और उनकी भविष्यवाणियां एक समर्पित दृष्टिकोण से भी देखी जा सकती हैं। ]

5. भारत का आधार कार्ड

संत अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में लिखा है कि भारत में एक विशेष कार्ड होगा, जो सभी भारतीयों की पहचान के लिए बनाया जाएगा। उन्होंने बताया है कि इस कार्ड में व्यक्ति के नाम, पता, जन्म तिथि, लिंग, धर्म, जाति, रक्त समूह, आँखों का रंग, बालों का रंग, और अन्य कुछ विशेष जानकारी होगी। उनकी भविष्यवाणी के अनुसार, इस कार्ड के बिना कोई भी काम नहीं किया जा सकेगा।

यह भविष्यवाणी 2009 में सच हो गई, जब भारत ने आधार कार्ड प्रणाली की शुरुआत की। आधार कार्ड एक 12-अंकी संख्या है, जो हर भारतीय को दी जाती है। इसमें व्यक्ति का नाम, पता, जन्म तिथि, लिंग, फोटो, अंगुलियों के निशान, रेतिना का स्कैन, और अन्य विवरण शामिल होते हैं। आधार कार्ड के बिना, किसी भी भारतीय को सरकारी या निजी काम करना मुश्किल है।

6. भारत का मंगल मिशन

संत अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में लिखा है कि भारत एक दिन मंगल ग्रह का अन्वेषण करेगा। उन्होंने यह भविष्यवाणी की है कि हमारा देश एक विशेष यान को मंगल भेजेगा, जो वहां पहुँचकर उस ग्रह की सतह पर घूमेगा और वहां से विभिन्न जानकारी भेजेगा। उनकी भविष्यवाणी के अनुसार, यह यान मंगल के ऊपर से एक रोबोट को भी उतारेगा, जो मंगल की सतह पर चलकर वहां के रहस्यों को खोजेगा और हमें नई जानकारी प्रदान करेगा।

इस भविष्यवाणी का सत्यापन 2013 में हो गया, जब भारत ने अपना पहला मंगल मिशन ‘मंगलयान’ सफलतापूर्वक लॉन्च किया। मंगलयान ने मंगल की सतह की तस्वीरें, वीडियो, और अन्य डेटा भेजकर इस अनुसंधान को सफलता दिखाई और वैज्ञानिकों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।

7. भारत का विश्व कप जीतना

संत अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में लिखा है कि भारत क्रिकेट विश्व कप जीतेगा और इस पर बड़ा जश्न मनाया जाएगा। उन्होंने भविष्यवाणी में कहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम बहुत ही मजबूत होगी और उसमें कई उत्कृष्ट खिलाड़ी होंगे। उनकी भविष्यवाणी के अनुसार, भारत के क्रिकेट कप्तान एक बहादुर, बुद्धिमान, और ईमानदार व्यक्ति होगा, जो अपनी टीम को बेहतरीन ढंग से नेतृत्व प्रदान करेगा।

यह भविष्यवाणी 1983 और 2011 में सच साबित हुई, जब भारत ने क्रिकेट विश्व कप जीता। 1983 में, भारत के कप्तान कपिल देव थे, जो एक बहादुर, बुद्धिमान, और ईमानदार व्यक्ति थे। उन्होंने अपनी टीम को बेहतरीन ढंग से नेतृत्व प्रदान किया और भारत को पहली बार विश्व कप जीतने में सफलता मिली। 2011 में, भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे, जो भी एक बहादुर, बुद्धिमान, और ईमानदार व्यक्ति थे। उन्होंने भी अपनी टीम को बेहतरीन ढंग से नेतृत्व प्रदान किया और भारत को दूसरी बार विश्व कप जीतने में सफलता मिली।

8. भारत का डिजिटल बनना

संत अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में लिखा है कि भारत एक डिजिटल देश बनेगा और उसमें इंटरनेट, मोबाइल, आईटी, आईओटी, आईएआई, आदि का व्यापक उपयोग होगा।

उन्होंने यह साझा किया कि भारत में हर व्यक्ति, हर घर, हर गांव, हर शहर, हर राज्य, और हर क्षेत्र में डिजिटल सुविधाएं होंगी।

उनकी भविष्यवाणी के अनुसार, भारत के डिजिटल होने से उसकी आर्थिक, सामाजिक, शैक्षिक, स्वास्थ्य, और सुरक्षा में सुधार होगा।

आज के समय में, यह भविष्यवाणी सत्य हो रही है। भारत डिजिटल यात्रा पर अग्रसर है, और इंटरनेट, मोबाइल, आईटी, आईओटी, आईएआई, आदि के क्षेत्र में व्यापक उपयोग हो रहा है।

हर क्षेत्र में डिजिटल सुविधाएं बढ़ रही हैं, जिससे लोगों को अधिक सुविधा हो रही है और उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में नए अवसर मिल रहे हैं।

इस डिजिटल परिवर्तन से भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है और समाज में सुधार हो रहा है। स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी वृद्धि हो रही है, जिससे लोगों की जीवनशैली में सुधार हो रहा है।

9. भारत का चाँद पर उतरना

संत अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में लिखा है कि भारत चाँद पर जाएगा और वहां अन्वेषण करेगा। उनकी भविष्यवाणी के अनुसार, भारत चाँद की सतह पर एक रोवर भेजेगा, जो चाँद की सतह पर चलेगा और महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करेगा। वे यह भी कहते हैं कि भारतीय चाँद यान चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा, जो अब तक किसी भी देश ने नहीं किया है।

इस भविष्यवाणी का सत्यापन 2019 में हुआ, जब भारत ने चंद्रयान-2 मिशन की शुरुआत की। चंद्रयान-2 ने चाँद की सतह पर एक रोवर ‘प्रज्ञान’ को भेजने का प्रयास किया, जो चाँद की सतह पर चलकर जानकारी इकट्ठा करने का कार्य करता। हालांकि, अंत में, रोवर का संपर्क टूट गया और लैंडिंग सफल नहीं हुई। फिर भी, चंद्रयान-2 ने चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचकर इतिहास रचा, जो अब तक किसी भी देश ने नहीं किया था।

10. भारत का कोरोना महामारी से निपटना

संत अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में लिखा है कि भारत को एक भयानक महामारी का सामना करना पड़ेगा, जिससे लाखों लोगों की जानें जा सकती हैं। उनके अनुसार, यह महामारी एक वायरस के कारण होगी, जो श्वास लेने में तकलीफ होगी और लोग बुखार, खांसी, आदि के लक्षण दिखाएँगे।

उन्होंने यह भी कहा है कि इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में, भारत सरकार लोगों को घर में रहने का आदेश देगी, सीमाएं बंद करेगी, और अपने वैज्ञानिकों और डॉक्टरों से इसका इलाज ढूंढ़ने के लिए कहेगी।

यह भविष्यवाणी 2020 में हकीकत बन गई, जब कोरोना वायरस ने विश्वभर में प्रभाव डाला। यह एक खतरनाक वायरस था, जिससे श्वास लेने में तकलीफ होती थी और जिससे लोग बुखार, खांसी, आदि से पीड़ित होते थे।

भारत ने इसके प्रति अपने लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न कदम उठाए, जैसे कि घर में रहने की अपील, सीमाओं का बंद होना, और इसके इलाज और टीके के लिए काम करने का निर्देश देना। भारत ने इस महामारी को काफी हद तक काबू में किया और अपने लोगों को टीका लगवाने का प्रयास किया।

निष्कर्ष:

  • संत अच्युतानंद दास एक प्रसिद्ध कवि, दर्शनिक, और वैष्णव संत थे। उन्होंने भविष्य के बारे में अनेक भविष्यवाणियां की थीं।
  • उन्होंने अपनी योग शक्ति के बल पर ‘भविष्य मालिका’ नामक पुस्तक लिखी, जिसमें उन्होंने कलयुग के अंत, महाविनाश, तीसरा विश्व युद्ध, कल्कि अवतार, अखंड भारत, और युग परिवर्तन जैसे विषयों पर अपने दृष्टिकोण को प्रकट किया।
  • उनकी भविष्यवाणियां आज के समय से मेल खाती हैं, जैसे की कोरोना महामारी, चीन का आक्रमण, और भारत का चाँद पर उतरना।
  • उनकी भविष्यवाणियां ओडिया भाषा में हैं, जिससे सामान्य लोगों को समझने में कठिनाई हो सकती है। इसलिए, उन्हें अन्य भाषाओं में अनुवाद करना आवश्यक है।
  • इन भविष्यवाणियों की वैज्ञानिक रूप से सत्यापन की भी आवश्यकता है, क्योंकि उन्होंने अपने दृष्टिकोण को कवित्व, उपमा, रहस्य, और संकेतों के माध्यम से प्रस्तुत किया है।
  • इन भविष्यवाणियों का उद्देश्य लोगों को भयभीत या निराश नहीं करना है, बल्कि उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना, उनका आत्मविश्वास बढ़ाना, और उनको धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से जागृत करना है।

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